ब्लॉग आर्काइव

शनिवार, 3 मई 2014

मोदी निकला धोकेवाज !

चापलुस हमेँ क्षमा करेँ की हम उनके बारे मेँ गलत टिप्पणी करनेवाले है । पेट्रोल को लेकर उनका आकलन गलत था । पेट्रोल का किमत युवाओँ को सता रहा था की चुगलखोरोँ ने यह प्रचार किया पेट्रोल के किमत केवल भारत मेँ ही बढ़ाहुआ है सच्चाई इसके विपरित दिखा जब हमनेँ दुसरे देशोँ के लोगोँ संपर्क किया । पाक मेँ 115 ,नेपाल मेँ 132 और इरान मेँ 99 पर लीटर । एकवार तो ये लोग ओबाम तक को मोदी के प्रसंसक बनादिया था । शर्म की बात यह है ओड़िशा मेँ मोदी के जितने चापुलुस हे आज मुँ छुपाये घर मेँ बैठ गये है । ओड़िशा और ओड़िआओँ धोका मिलचुका हे अब देश की बारी ।(अनजान लोगोँ को बता दुँ की मोदी नेँ पोलाभरम प्रकल्प को पुरा करने का एलान किया जिसमेँ ओड़िशा तथा छतिशगड़ का 4190 square Hecter उपजाऊ जमीन पानी मेँ ड़ुब जायेगा जिसे ये लोग बंजर कह रहे हे ।) अगर आप ओड़िआ लोग यह सोच रहे की कोई राष्ट्रिय नेता आपके मंगल हेतु कार्य करेगा तो मन से यह धारण मिटा दिजीये ! इस देश नेँ अबतक ओड़िआओँ को दिया क्या ? जब बाढ़ और चक्रवात से हम मर रहे होते ये लोग मज्जे ले ले कर दिनबिता देते । 1999 मेँ जब विदेशोँ से साहयता राशी आया तब बिजेपी सरकार की नीँद टुटी दिया कितना 150 करोड़ ! इससे ज्यादा तो विदेशीओँ नेँ दिये । आज इनके बड़े बड़े नेता लंबे लंबे झाड़ रहे हे की हम सबकुछ उखाड़ देगेँ परंतु इनमेँ झाड़ उगाने मेँ भी दम नहीँ । ओडिआ बंगाली युपी बिहारी नेपाली और मराठी श्रमिकोँ के वजह से गुजरात आधुनिक काल मेँ श्रेष्ठ बताया जा रहे । 1500 सालतक चुहोँ की तरह छुपनेवाले गुजराती खुदको शेर कहते तो शर्म आता है । अरे भेँस चलानेवाले तुम पशुपालक मारत के उदार हिँदु धर्म के कारण अबतक जो कुछ बोल रहे हो । याद रहे 86लाख से भी ज्यादा ओड़िआ गुजरता राज्य मेँ हे । दंगा हो गया तो किस बिल मेँ छुपोगे चुहो ।