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रविवार, 14 दिसंबर 2014

जर्मनी !! कल और आज !!!

द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद जर्मनी चार टुकडोँ मेँ बँटगया था ! बाद मेँ इस्ट जर्मनी ऑर वेस्ट जर्मनी के नाम से दो देशोँ का जन्म हुआ । इस्ट जर्मनी ,रसिया के प्रभूत्व मेँ साम्यवादी सोच के साथ आगे बढ़नेलगा तो वहीँ वेस्ट जर्मनी नेँ लोकतंत्र को सर्वोत्तम मानकर अमरिका तथा अन्य मित्र राष्ट्रोँ के साहायता से समृद्ध होने लगा । अब जर्मनी का दो हिस्सा हो गया था तथा दोनोँ देशोँ के बीच घुसपैट रोकने के लिये इस्टजर्मनी [GERMAN DEMOCRATIC REPUBLIC ] नेँ 11 अगष्ट 1961 को दोनोँ देश के मध्य मेँ एक प्राचीर या दिवाल का निर्माण किया । इस दिवाल से वर्लीन सहर दो हिस्सोँ मेँ बँटगया । परंतु जमिनी दिवार से दिलोँ को अलग करना आसान कहाँ ! कुछ राष्ट्रवादी जर्मन बुद्धिजिवी जर्मनी को एक देखना चाहते थे ! युएस टुडे के अनुसार एक नेता के जाने अनजाने मेँ कहेगये वाक्य से उठे विवाद ने 1989 को इस दिवार को तोड़दिया गया । पोलिट व्युरो मेम्बर गन्थर सावोस्की के मुख से 1989 9 नवेम्बर को गलती से निकलगया कि "पूर्व जर्मानी के लोगोँ को पश्चिम जर्मनी जाने कि छुट मिलेगी !!!!"
इतना सुनना था कि उत्कण्ठित लोगोँ ने उसी रात को ही वर्लिन के दिवार के पास पहँचगये और हतोडा मारमार दिवार तोड़दिया गया (कुछ साल पहले एक सिमेँटवाला एड भी आता था जिसमेँ दो परिवारोँ के बीच का दिवार पर एड केंद्रित था) !
युरोपीयान इतिहास मेँ इस घटना को वाल वुडपैकर के नाम से जानाजाता हे । इसके बाद तो वर्लीन मेँ एक हफ्तोँ तक वियर और दारु कि गँगा जमुना वहने लगा और संभवतः इतिहास मेँ यह अबतक का सबसे बड़ा स्ट्रिट पार्टी होगा । वोल अफ वर्लीन के नाम से विख्यात इस दिवार का टुकडा लास वेगास और विटिकान के गार्डन मेँ रखागया हे । इस घटना से संबन्धित सभी एँटिक व ऐतिहासिक चिजोँ की खरिदारी का शौख हो तो इवे.कम् से वर्लिन दिवार कि टुकडा मात्र 10 डॉलर मेँ मिलजायेगा । एकबार तो 8000 पाउंड वजन का एक टुकडा एटलेँटा मेँ निलामी के वक्त 23,500 डोलर मेँ बिका था ।
वर्लिन का दिवार टुटा और इसके साथ सेवियेत रुस का पतन शुरु हो गया और 1991 साल खत्म होतेहोते USSR कई हिस्सोँ बँटगया ! अभी कुछदिन पहले वाल अफ वर्लिन तोडेजाने को 25 वर्ष पुरे हुए तो इसपर वर्लीन सहर मेँ भव्य आयोजन हुआ था ! इस अवसर पर 8000 वैलुन आसमान मेँ छोड़ेगये ! आज पूर्वजर्मनी की आर्थिक व सामाजिक हालत कैसा है इसपर भी एक नजर डाल कर देखेँ ! पूर्व व पश्चिम जर्मानी के बीच
एक दिवार ऐसा है जो 25 वर्ष वाद भी अटुट रहा और वो हे असमानता का दिवार ! साम्यवादी पूर्वजर्मनी के ज्यादातर लोगोँ के पास तब कामधंन्दा था रोजगार था और आज पूर्व जर्मनी कि अर्थतंत्र ,समाज और संस्कृति दयनीय अवस्था को प्राप्त हो चुका है । आज जर्मनी 76% इंडस्ट्रिज् पश्चिम जर्मनी मेँ है और रिपोर्ट बताता हे कि पूर्व जर्मानी से अबतक 13% लोग पश्चिम जर्मानी मेँ विस्तापित हो चुके हे । पूर्व जर्मानी के मजदुरोँ कि कुल कमाई पश्चिम जर्मानी के मजदुरोँ से 25% कम हे । खैर च्युँकि अब जर्मनी एक देश हे हमेँ अलओवर जर्मनी को देखना होगा और फिलहाल बाजार हाल देखेँ तो युरोप जहाँ मंदी के मार से जुझ रहा हे वहीँ जर्मनी कि आर्थिक हालत मजबुत है और उम्मिद हे आगे भी ऐसा ही रहे...... ....