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शनिवार, 20 जुलाई 2013

अंग्रेजियत

अंग्रेजियत है जान हमारी अंग्रेजियत मेँ जीते है ।प्यास लगे तो पानी नहीँ शराव ही हम पीते है ।।। खाना उनका कपडा उनका भरा है सबकुछ । फिर देखो कहते फिरते डेमोक्रेसी मेँ जीते है ।।। अंग्रेजी के खातिर हमने मातृभाषा को छोडा है docter engineer बनना है हमे शायर नहीँ बनना है । (ये उन नौजवानोँ के लिये जो अध कचडे हो गये ना देशी वन पाये ना अंग्रेजियत मेँ जी पाये)

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