ब्लॉग आर्काइव

शनिवार, 31 अगस्त 2013

ये फेसबुक कि तो......

सोशियाल नेटवर्कीँ साईटस मेँ आजकल ऐसे ऐसे पोस्ट मिलते हे जिन्हे पढ़ने के वाद आप अपनी हसी रोक नहीँ सकेगेँ । आज एक पोस्ट पढ़कर लगा मानोँ मेरे भावनाओँ के साथ खिलवाड़ हो रहा हो । ये पोस्ट मेँ बस इतना लिखा था " I wish my papa live 1000 years " Like if you wish the same " । भाई जब मेरे पिताजी एक हजार साल जी ही नहीँ सकते तो मेँ Wish क्युँ करुँ और किसलिये ? और आपने यह पोस्ट करके कोई तीर नहीँ मार दिया है जिसके लिये हम Like करेँ । दुःख की वात तो यह हे कि इस तरह के पोस्ट को Like coment देकर आप अपनी समय बरवाद कर रहे और इससे इनको और हौसला मिलता रहता हे । कुछदिन पहले भारत और पाक के झंडा लगाकर यह पुछागया कि कौनसा Best है ? और इस पोस्ट मेँ कंमेट को गोली बनाकर लोग यद्ध कररहे थे । अगर ऐसा हि चलता रहा तो एक दिन इन साइट्स को बंद करने कि नौबत आ जायेगी । धर्म प्रचार के नाम पर लोग ऐसे ऐसे पोस्ट लिखते हे जिन्हे पढ़ने के वाद कोई भी आपना आपा खो सकता हे । और अगर भगवान कि वात करेँ तो यहाँ fb मेँ साई से लेकर माता दुर्गा तक सब मौजुद हे । आप इन्हे बड़े भक्तिभाव के साथ लाइक करते हे इस से तो बेहतर हे आप मंदिर चलेजायेँ इन फैसबिकिया Like और coment क्युँ । और कुछ तो ऐसे ऐसे हे कहते रहते इस फोटो को लाइक करदो देखना 5 मिनिट मेँ कुछ अछा होगा । अरे खाक अछा होगा पिछले नौ साल से अछा ही हो रहा है और अब तो मा बेहनोँ कि सोना तक गिरवी रखनेँ कि नौवत आ गयी हे । और लाइक करो कुछ अछे होनेँ कि ख्वायिस मेँ । अरे पढ़ेलिखे गँवार ऐसे पोस्ट को लाइक या कंमेँट करो जिससे तुम्हे कुछ जानकारी या सिखनेँ को मिलते हो । इना फालतु पोस्ट के लिये क्युँ आपना वक्त जाया करते हो ?

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