.......अंडा,अनाज,सायकल,कपड़ा,हमारे प्राथमिक अधिकार है....... >>>>>>>>>>>>>>>>>>>>
_______________________________
भाई कुछ भी हो आजकल बच्चे पढ़ाई कम माल बटोरने के लिये स्कुल जाते है । वैसे देखाजाय तो गलती उनकी नहीँ सर्वनाशी सरकार का है जो बचपन से ही उनको लोभी बनाने लगी । भाई बिकास तो खुब हो रहा है और पढ़ाई भी । किसी भी सरकारी स्कुल से 8वीँ कक्षा के बच्चे का आईक्यु टेस्ट करके देखलेँ पता चलजायेगा कितना ज्ञान कितना गोवर भरा हे । बचै कैटरीना से लेकर माधुरी तक को जानते है परंतु अगर पुछा जाय कि चंद्रशेखर आजाद, या सुभाष कौन हे तो मुख ताकते रहेगेँ । उपर से सरकार चिल्ला चिल्ला के कहती हे लड़का लड़कियोँ मेँ कोई फर्क नहीँ तो केवल लड़कियोँ को ही सारे चीज क्युँ मिलता हे ? असलियत मेँ सरकार स्त्री पुरुष मेँ भेदभाव और भी बढ़ा रही है और इसके दुःशपरिणाम अब समाज मेँ दिखने लगे है । अगर देना हि हे तो शिक्षा देँ आपने देश के वारे मेँ संस्कृती संस्कार के वारे मेँ धर्म के वारे मेँ । साथ मेँ स्वरोजगार होनेँ के लिये ऐसे शिक्षा मिलना चाहिये ताकि वो अपने और परिवार का भरणपोषण कर सके । पर लानत हे पिछले 60 साल से शासन कर रही कंग्रेस आज भी भारत को 1947 British india समझती हे तभी तो जातपात से लेकर धर्म तक को लेकर राजनीति करती रहती है ।
IIIIIIIIIIIIIIIIIIIIIIIIIIIIII99%
LOADING........
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें