मनमोहन सिँह जी के वारे मेँ दो टुक........++++........++++........
मनमोहन सिंह, आप अभी से कुछ भी न करो, हिलो भी नही तो भी जो तुमने किया वह भारत माता का कोई भी लाल नही कर सकता. तुम्हारे रिकार्ड कोछूना ही असंभव है, तोड़ना तो औलौकिक शक्तियो के भी वश मे नही है. विदेशो मे जो भारत नाम से गाँधी की फेविकोलिक जोड़ है, अब वर्तमान मे वह तुम्हे भी जोड़ के जानेगे. माहाभारत काल मे यक्ष ने प्रश्न मे पूछा था कि सबसे सहनशीलकौन है? जवाब था पृथ्वी, अब पृथ्वी भी तुम्हारे उपलब्धियो केआगे तुच्छ है.......पर यह भी गलत है..सबसे सहनशील सृष्टि मे भारतीयहै......मंहगाई का पारा अंतिम छोर तकले जाओ, हम वायु सेवन कर जी लेंगे...2014 मे वोट तुम्ही को देंगे.... क्यो कि लाख योग व्यायाम करे परन्तु जो नैसर्गिक उर्जा प्रवाह, स्वमेव उत्पन्न शारीरिक प्रतिरोध क्षमता जो आपकी महंगाई ने बढ़ाई है वह अकथनीय है. हम भारतके उपायहीन और निरीह नागरिक आपके,आपकी सरकार के और आपके प्रणेताओ के आभारी है.
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