*****... कदम कदम बढ़ाये जा, खुशी के गीत गाये जा
ये जिन्दगी है क़ौम की, तू क़ौम पे लुटाये जा
शेर-ए-हिन्द आगे बढ़, मरने से फिर कभी ना डर
उड़ाके दुश्मनों का सर, जोशे-वतन बढ़ाये जा
कदम कदम बढ़ाये जा ...
हिम्मत तेरी बढ़ती रहे, खुदा तेरी सुनता रहे
जो सामने तेरे खड़े, तू ख़ाक मे मिलाये जा
कदम कदम बढ़ाये जा ...
चलो दिल्ली पुकार के, क़ौमी निशां सम्भाल के
लाल किले पे गाड़ के, लहराये जा लहराये जा
कदम कदम बढ़ाये जा...@श्री राम सिंह ठाकुर जी द्वारा लिखा गया यह गाना सुनने के वाद मन मेँ स्वतः देशप्रेम जाग्रत हो जाता है । मेरे जीवन मेँ जब मैने कोई विपत्ति का सामना किया करता । यह गाना सुन लेने भर से मेरे अंदर नुतन आशा और जोश भर जाता है । मेरे लिये यह सिर्फ एक गाना नहीँ अपितु समग्र भारतीयोँ के हृदय का स्पन्दन है । भारत आज मुसकिल द्वौर से गुजर रहा है युवको मेँ देशभक्ति कम धनभक्ति वढ़ रहा है ऐसे मेँ भारत को इसी तरह के देशभक्ति गीतोँ की जरुरत हे । (जय भारत जय भारती)
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