इनदिनोँ बुढ़ापे की कगारतक पहचँचुके राहुलजी अपनी बचीकुची जवानी की जोश को बिना होश के बिजेपी पर दिखा रहे है । अब ये सिर्फ भगवनजी जानते होगेँ की राहुलजी का ये तेवर - TEVER Film देखकर बदला या ये बाबा रामदेवजी द्वारा बनायेगये पुत्रजीवक बुटी का Sideefects है ।
राहुल जी नेँ हाल ही मेँ जो All time hit shows का पदर्शन किया वो केजरु सर जी का Hangover भी हो सकता है परंतु हमेँ उससे क्या लेनादेना हम राहुलजी को अध्ययन करने निकले है ।
1 साल मेँ राहुलजी ने बिजेपी के लिये प्रचार किया और आखिरकार बिजेपी को ऐतिहासिक जीत दिलाई
परंतु कुछ अंधभक्तोँ ने इसका श्रेय साहेब को दे दिया ।
नाराज हो राहुलजी कुछ दिन मौन रहे
वो आत्मसमीक्षा करने हेतु भगवनजी का ध्यान करने लगे
तबतक इस मंदबुद्धि बिजेपी सरकार नेँ उनके चरित्र की जासुसी की
राहुलजी फिर भी चुपरहे
कुछ न बोले उधर पार्टीवाले इसबात पर हायतोबा मचारहे थे
इसबीच राहुलजी आत्मचिँतन करने पतानहीँ कहीँ अंतर्ध्यान हो गये या पालनकर्त्ता विष्णु जी से मिलने ब्रह्मलोक गये थे ये बतना मुझ साधारण मानव के लिये नित्यान्त कष्टसाध्य है ।
फिर एकाएक 56 दिन की अज्ञातवास के पश्चात उन्होने आते ही जिसतरह से मोदी सरकार पर वार किया वो काफी सराहनीय है । पंजाब की रेलयात्रा करते हुए उन्होने गांधीजी कि याद दिलाई , GENRAL बोगी मेँ बैठकर उन्होने लालची व गरिबोँ को IMPRESS किया और इसतरह से पार्टीवाले तथा कुछ विरोधीओँ को भी खुस करदिया मनमेँ उम्मिद जगादिया ।
अब सुटबुट पर हालिया टिप्पणी देकर वो देश मेँ पुनः पुरातन पहनावा को अपनाने की
कारगर अभियान चलाने कि कोशिश कर रहे तो अंधभक्त उनपर खफा है ।
पतानहीँ इस देश के लोग कब स्वदेशी द्रव्य व संस्कृति को महत्व देगेँ
स्वदेशी आंधोलन को पुनः जीवित करनेवाले महान आत्मा श्री राहुल गांधी जी को हम दूर से नमन करते हुए इस लेख कि समाप्ति करते है ।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें