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रविवार, 2 जुलाई 2017

द पिपल्स टैक्स

आज एक फेसबुकिए  ने 1908 में ब्रिटन संसद द्वारा पारित किए गये "द पिपल्स टैक्स" के बारे में अपना बहुमूल्य ज्ञान बांटा .....

हमारे मट्ठा दद्दा बताते है
कि इस टैक्स के लगजाने से ब्रितानी समाज ने उसका इसलिए विरोध किया च्युंकि
सरकार ने जनता पर कम् टैक्स लगाया था 😀😀😀😀

जबकी सच्चाई कुछ ओर है
इस ऐतिहासिक किताब के मुताबिक
The people's tax एक war tax था
जो जब १९०६ में लाया गया देशभर भारी बवाल मचा था ...

29 अप्रैल 1909 को डेविड लॉयड जॉर्ज द्वारा ब्रिटिश संसद में इस बजट को पेश किया गया था। तब पार्लामेंट में लॉयड जॉर्ज ने तर्क दिया था कि  "द पीपल्स टैक्स" से गरीबी को समाप्त करदिया जाएगा ।
उन्होंने कुछ इस प्रकार इसकी सराहना की:-

"This is a war Budget. It is for raising money to wage implacable warfare against poverty and squalidness. I cannot help hoping and believing that before this generation has passed away, we shall have advanced a great step towards that good time, when poverty, and the wretchedness and human degradation which always follows in its camp, will be as remote to the people of this country as the wolves which once infested its forests."
इसका हिंदी भावार्थ कुछ युं है...

यह एक युद्ध बजट है । यह गरीबी और झूठ के खिलाफ कपटपूर्ण युद्ध को खत्म करने लिए धन जुटाने हेतु लाया गया है ।
मैं उम्मीद कर रहा हूं कि इस पीढ़ी के मरजाने से पहले पहल
हम आशा कर सकते हैं कि उस अच्छे समय की दिशा में एक महान कदम उठाचुके होगें ।
ओर तब  गरीबी,नीचता और मानवीय पतन जो हमेशा अपने शिविर में होता है,वह सब लोगों से बहुत दूर होगी । ओर तब लोग याद करते हुए कहेगें  देखो हम वो भेड़िये है जो एक समय अपने जंगलों में ही पीड़ित थे ।

तीन साल तक चले बाद विवाद के बाद
House of Commons ने 1909 में इसे मंजूरी दे दी लेकिन  House of Lords ने इसे चुनावों के चलते April 1910 तक ब्लॉक कर दिया । चुनाव के बाद ये कर लागु
हो गया और १९२० तक जारी रहा ।
इस
बजट में लिबरल कल्याण सुधारों को फंड देने के लिए कई प्रस्तावित कर बढ़ने हेतु कानुन शामिल थे ।
इन करों में आम नागरिक पर  नौ पेंसे आयकर का बृद्धि  किया गया था......

£ 2,000 से कम आय वाले आय पर पाउंड (9 डी या 3.75%), जो कि आज के पैसे में £ 1, 000 के बराबर था आयकर लगा  -ओर एक शिलिंग पर  (12 डी, या 5%) की ऊंची दर £ 2,000 से अधिक की आय पर प्रस्तावित थी ,
और 6D (अतिरिक्त 2.5%) अधिभार या "सुपर कर" उनपर लगता था जो £ 5000 (£ 470,000 आज ) से या £3,000 (£280,000 ) से ज्यादा कमाते थे ।
इस कर में Succession tax या death duties भी भरने होते थे ओर इसमें
नौसेना के पुनर्मिलन पर कर बृद्धि  का प्रस्ताव भी दिया गया था ।

इब्स bill कि सबसे बडी बात जिसके लिए वर्षों विरोध हुआ वो था भूमि सुधार कानुन । इसके तहत ब्रिटिश लोगों के भूमि का पून: आवंटन होना था । तो च्युंकि कंजरवेटिव लोग जो कि देशके बडे बडे भूमिओं के मालिक हुआ करते थे इसका विरोध करने लगे ।
ओर इस तरह आम आदमी से लेकर अमीर तक हरकोई इसके खिलाफ हो गया था ।

खैर ब्रिटिश पार्लियामेंट अपने उटपटांग कर के कारण सारे विश्व में फैमस है
ये लोग एक समय स्कॉटलैंड पर विंडो टैक्स लगादिए थे
यही बात उन लोगों ने पराधीन अमरीका में करना चाहा था जो बादमें अमरीका के स्वतंत्रता का सर्वप्रथम कारण बना ....

इस विषय पर और
जानकारी के लिए विकिपीडिया में देखें

https://en.m.wikipedia.org/wiki/People's_Budget?_e_pi_=7%2CPAGE_ID10%2C7612528509

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